पत्नियों में शक की बीमारी

पत्नियों में शक की बीमारी

शक की बीमारी एक ऐसी बीमारी है जिसका ईलाज किसी भी चिकित्सक के पास नहीं है। शक के कारण जाने कितने परिवार तबाह होते हैं। दांपत्य जीवन विश्वास की बुनियाद पर टिका हैं। प्रेम, आपसी समझ और भरोसे के सहारे गृहस्थी की गाडी चलती है। यदि अच्छी पत्नी बिना बात के पति पर शक करने लग जाए तो दांपत्य की धुरी टूट कर बिखर जाती हैं। पत्नी कितनी भी सुंदर, सफल और कुशल महिला हो लेकिन उनका संदिग्ध नजरिया पति का जीना दुश्वार कर देता हैं। और नौबत तलाक तक पहुंच जाती हैं। क्यों करती है पत्नी शक पत्नी का पजेसिव होना शक का सबसे बड़ा कारण हैं। अक्सर इंसान जिससे प्यार करता है, उस पर पूरा अधिकार समझता हैं। कभी-कभी इसी तरह की मानसिकता संबंधों में कडवाहट भर देती हैं। पत्नियों का अपने पति के प्रति पजेसिव होना इनका एक कारण हैं।
पत्नी चाहती है कि उसका पति सिर्फ उसी की तरफ देखे और उसी से बात करें। किसी और लड़की या महिला से उसके पति का बात करना उसे बिल्कुल पसंद नहीं होता। यदि पति काफी हैंडसम और फेयर है और पत्नी औसम है तो वह हीनभावना का शिकार हो जाती है। उसके मन में असुरक्षा की भावना घर कर लेती है। इसलिए जब उकस पति किसी और महिला से आफिशियल कारण से भी बात करता है तो वह शक की नजरों से देखने लगती है। उसे भय रहता हैं। कि पति कहीं किसी ओर स्त्री के प्रति आकर्षित न हो जाए। ऐसी पत्नियां टेंशन में जीती हैं। और घर का माहौल बिगड जाता है।
कई बार रिश्तेदारों की बातों में आकर भी पत्नियां अपने पति पर शक करने लगती हैं। रंजिश निकालने के लिए रिश्तेदार या महिलाएं पत्नी के कान भर देती हैं। ओर पत्नी के दिमाग में शक का बीज बो देती है। अपने पति पर विश्वास न करके वह अपने रिश्तेदारों की बातों पर ज्यादा विश्वास करने लगती हैं और परिवार में बिना बात झगडे़ का माहौल हो जाता है। क्या करें पति कहते है खाली दिमाग शैतान का घर होता है। बेकार बैठा इंसान हजार तरह के भ्रमों और शक का शिकार हो जाता हैं।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *