कहते हैं इश्क कब, कहां और किससे हो जाए यह कोई नहीं जानता। शादीशुदा स्त्री और पुरूष जब इश्क के चक्कर में पड़ते हैं तो कई जिंदगियां दांव पर लग जाती हैं और हाथ आती है बदनामी ही बदनामी मर्दो का कहना है कि शादी के बाद हम जानबूझ कर महुब्बत के जंजाल में नहीं फसते, पता ही नहीं चलता कब दिल अपनी हदं पार कर पत्नी के पल्लू से निकल प्रेमिका की जुल्फों में अटक जाता हैं? पर क्या यह तर्क सही है? जी नहीं, बिल्कुल नहीं। हम इसे आपकी बदनियति कहेंगे क्योंकि यदि आप चाहें तो थोड़ी-सी समझदारी, मेहनत और सच्ची नीयत से आप भी बना सकते हैं अपनी शादीशुदा जिंदगी को अफेयर प्रूफ।
क्या है बेवफाई?
पत्नी के अतिरिक्त किसी और महिला से शारीरिक सम्बन्ध बनाना ही बेवफाई नहीं है। आजकल मि. हसबैंड घंटों आॅनलाइन रोमांस कर रहे हैं। स्टडी बताती है कि आॅनलाइन डेटिंग साइट पर ज्यादातर शादीशुदा मर्द ही सर्फिंग करते है। नैन चाहे जीती जागती गुड़िया से लड़ें या आॅनलाइन बेब से आप लक्ष्मण रेखा पार कर रहे हैं।
विवाह को दें प्राथमिकता- विवाह सफल अपने आप नहीं होते, इसके लिए लगातार जतन करने पड़ते हैं। बस चाहिए थोड़ी-सी इच्छा शक्ति। यदि शांत सफल वैवाहिक जीवन की कामना करते हैं तो पत्नी को जीवन का एकमात्र ध्येय बनाएं।
रोमांटिक डेट पर जाएं- डेट पर सिर्फ प्रेमिका के साथ ही जाया जाता है यह किसी शास्त्र में नहीं लिखा है। पत्नी को कम से कम सप्ताह में एक बार डेट पर जरूर ले जाएं।
अश्लील साहित्य का त्याग करें- अश्लील साहित्य पढ़ना या ब्लू फिल्में देखना ठीक वैसा ही है, जैसे पत्नी की मौजूदगी में प्रेमिका से इश्क लड़ाना। पोर्न साहित्य देखने-पढ़ने से आपकी उम्मीदें पत्नी से बहुत बढ़ जाती हैं। आपकी कल्पना में परफैक्ट फिगर वाली सेक्सी माॅडल आने लगती हैं जिनकी तुलना जाने-अनजाने आप अपनी पत्नी की ‘कम परफैक्ट फिगर’ से करने लगते हैं और धीरे-धीरे पत्नी से मन उचटने लगता हैं।
रोमांटिक बने- रोमांटिक हसबैंड बनने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं लगती। दिन में एक बार उन्हें एक प्यार भरा एसएमएस या ई-मेल करें। हफ्ते, दस दिन में ‘आई लव यू’ का छोटा सा खत या कार्ड दें। रोमांस करने के लिए कभी कभार फूलों का सहारा लें या उनकी पसंद का कोई गिफ्ट दें।
स्नेह प्रदर्शन में पहल करें- आमतौर पर हसबैंड इस मिथ्या में जीते हैं कि प्रेम प्रदर्शन से पत्नी सिर चढ़ जाएगी। जी नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। स्नेह का प्रदर्शन पति-पत्नी के जुड़ाव को मजबूत बनाता है। इसलिए ‘माचो’ स्टाइल त्याग कर यदा-कदा ही सही चुम्बन आलिंगन के माध्यम से प्यार दर्शाकर पत्नी को धन्य करें। ये छोटे-छोटे प्रयत्न आपके शादीशुदा जीवन की मजबूत नींव होंगे।
रेगुलर सेक्स- पत्नी के साथ सेक्स लाइफ से बार हो चुके पति बाहर स्पाइस ढूंढ़ने के चक्कर में भटकने लगते हैं। शादी के कुछ वर्षो बाद हर जोड़े की सेक्स लाइफ में मंदी आती है। पर इसका मतलब यह नहीं कि पत्नी के साथ सेक्स आपकी लिस्ट में आउट हो जाए। सेक्सालाॅजिस्टों का मानना है कि खुशहाल शादीशुदा जिंदगी के लिए पति-पत्नी सप्ताह में कम-से-कम तीन बार सेक्स का आनंद जरूर कर लें।
गप्पें मारें- अफेयर प्रूफ शादी का मूलमंत्र है-‘पति-पत्नी का आपस में दोस्ताना व्यवहार।’ अक्सर पति आॅफिस से घर आकर टीवी के आगे और पत्नी किचन व बच्चों में व्यस्त हो जाती है। बीच की खामोशी कब तूफान बन जाए कहा नहीं जा सकता। इसलिए दोनों गप्पें मारने के लिए समय जरूर निकालें। यदि बच्चे हैं तो उनके सोने के बाद बातें करें। दोनों ने दिनभर क्या-क्या किया, शेयर करें। भविष्य के सुनहरे सपने साथ बुनें। इन बातों से आपके बीच का बंधन अटूट होता जाएगा। जिस सम्बन्ध में भावनाओं का निवेश हो वहां बेवफाई करना मुश्किल होता है।
काॅमन इंटरेस्ट शेयर करें- पत्नी के साथ काॅमन इंटरेस्ट न होना मि. हसबैंड के भटकने का अच्छा और साॅलिड कारण है। शौक मेल नहीं खाते तो ऐसे शौक पैदा करें जिनमें पत्नी की भी रूचि हो। काॅमन एक्टिविटी ढूंढे जिसमें दोनों की दिलचस्पी हो। मेरी एक फ्रेंड को ब्लाॅगिंग पसंद है। उसके हसबैंड भी साथ में ब्लाॅग लिखते हैं। बच्चों के सो जाने के बाद दोनों बिस्तर पर लैपटाॅप लेकर बैठ जाते हैं और ब्लाॅग लिखते हैं। पति के साथ गुजारे ये लम्हें उसे अगले दिन एनर्जेटिक बनाए रखते हैं।
रिश्ते के प्रति सम्मान व समर्पण हो- अग्नि के चारों ओर फेरे लिए हों या निकाह कबूल किया हो या फिर ‘आई डू’ कहा हो यानी शादी किसी भी प्रथा से हुई हो पति-पत्नी की आपसी भावनाएं, अपेक्षाएं समान होती हैं। इसलिए शादी के समय खायी गयी कसमों का सम्मान करते हुए वैवाहिक जीवन के प्रति पूर्णरूपेण समर्पित रहें। पर इन वादों को निभाने के चक्कर में सड़ी गली बदबूदार हो चुकी शादी का भार न ढोयें। हां, सड़ने से पहले ही शादी को हर संभव प्रिजरवेटिव की सहायता से बचाने का प्रयास करें।
लक्ष्मण रेखा खींचें- अधिकतर हसबैंड सोचते हैं कि वे किसी भी प्रकार के हालातों का सामना करने में सक्षम हैं। उन्हें लगता है कि जिंदगी जीने के अंदाज को लक्ष्मण रेखा में बांधने पर वह नीरस और बेजान हो जाएगी। वे अपने खिलंदड़ स्वभाव को बेलगाम बेकाबू रख इधर-उधर फ्लर्ट करते रहते हैं। पर कई बार यह खेल गंभीर रूप ले लेता है और लड़की गले पड़ जाती है तब बदनामी के साथ ही इन्हें पत्नी के कोप का भोजन भी बनना पड़ता है। इसलिए जीवन को सीमा रेखाओं के साथ जीएं, भले ही साथी आपको शर्मीला या जोरू का गुलाम कहें। पर याद है ना? आप को हर हाल में अपनी शादी अफेयर प्रूफ रखनी ही है।
अपनी कमजोरियों को पहचानें- कहीं आपकी पर्सनैल्टी में कोई ऐसी बात तो नहीं जो विपरीत सेक्स को बेवजह आकर्षित करती है? जैसे आप अच्छे श्रोता हैं और अपनी महिला सहकर्मी की हर बात ध्यान से सुनते हैं पर वो इस अटेंशन को कुछ और ही समझ रही हों।
लालच से बचें- लालच का मतलब दूसरी स्त्री से बात करना, उसके साथ घूमना या अन्य किसी भी तरह का आकर्षण है। इन सब से दूरे रहें। हर किसी महिला से पर्सनल लाइफ शेयर ना करें। एक दूसरे की पर्सनल बातें जानने से आप ज्यादा करीब महसूस करते हैं और अफेयर के चांस बढ़ जाते हैं।
3 कारण, जो बताते हैं कि आपने सीमा रेखा लांघ ली है-
भावनात्मक अंतरंगता- कहीं पत्नी से ज्यादा भावनात्मक अंतरंगता गर्लफ्रेंड के साथ तो नहीं?
सेक्सुअल टेंशन- जब गर्लफ्रेंड के सान्निध्य में सेक्सुअल टेंशन होने लगे।
रहस्यात्मक रवैया- क्या पत्नी के आते ही आप ई-मेल आईडी बंद कर देते हैं? क्या पत्नी को दिनभर की बातें बतााते समय आप गर्लफ्रेंड के साथ बिताये लम्हें शेयर करने से घबराने लगते हैं? सबझें दाल में काला होने लगा है। ऐसे में उस महिला के साथ अपने सम्बन्धों का मूल्यांकन करें।
निष्कर्षः- अपनी पत्नी से चीटिंग करना नामुकिन है देर सवेर आप पकड़े ही जाएंगे। इसलिए वफादार बने रहें। जब आप बेवफा हो जाते हैं तो शुरू हो जाता है पत्नी से झूठ बोलना, फोन काॅल्स छिपाना, घर देर से आना, भूख नहीं होन का बहाना बनाना वगैरह-वगैरह। कुछ क्षणों के आनंद के लिए बने रिश्ते को छुपाने के लिए मेहनत मशक्कत करते हैं। हर पल इसी बात का खतरा रहता हैं। कि कहीं पत्नी को पता न चल जाए? फिर बच्चों का, परिवार के सदस्यों का सामना कैसे करेंगेत्र यदि आप अपनी पत्नी और बच्चों को बीच मझधार में छोड़ कर खुश हैं तो यह भी जान लें कि जिस स्त्री के लिए आपने इतनी जलालत मोल ली, क्या गारंटी है कि वो आने वाले जीवन में आपका साथ छोड़कर नहीं जाएगीं? फिर तो शायद आपकी स्थिति न घर की रहेगी न घाट की ।तो क्यों न पूरी मेहनत और ईमानदारी से अपनी शादीशुदा जिंदगी को बनाएं अफेयर प्रूफ?