खराब खानपान और अनियमित जीवन-शैली के कारण आज के समय में लोग गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। डायबिटीज यानी मधुमेह एक तरह की मेटाबॉलिक बीमारी है, जिसमें ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित रूप से घटता और बढ़ता है। मधुमेह से पीड़ित से व्यक्तियों को अपने खान- पान को लेकर बहुत सतर्क रहना पड़ता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने डाइट में उन खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जिससे उनका ब्लड शुगर कंट्रोल रहे।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के शरीर में कमजोरी हो जाती है। ऐसे में मरीजों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अपने पसंद का भोजन नहीं कर सकते हैं। बस खाने का तरीका और कुछ चीजों में बदलाव करना होगा। आइए जानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को खाने में क्या लेना चाहिए-
अलसी के बीजः हेल्थ लाइन के अनुसार अलसी के बीजों में मौजूद फाइबर और अल्फा लिनोलेनिक एसिड खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में कारगर हैं। इसके अलावा इसके बीजों में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। अलसी के बीज शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कंट्रोल में रखते हैं। नियमित तौर पर अलसी के बीजों का सेवन करने से दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है।
हरी पत्तेदार सब्जियांः डायबिटीज के मरीजों को अपने दोपहर के खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां का जरूर शामिल करना चाहिए। हरी सब्जियों में विटामिन सी भी पाया जाता है जो टाइप 2 के मरीजों लिए भी फायदेमंद हैं। जिसमें बथुआ, ब्रोकली, लौकी, तोरई, पालक, मेथी, करेला जैसी सब्जियां खा सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इन सब्जियों में कम कैलोरी और ज्यादा पोषक तत्व होते हैं।
भुना हुआ लहसुनः शोध के मुताबिक लहसुन शरीर के ‘अमीनो एसिड होमोसिस्टीन’ को कंट्रोल करता है जिससे ब्लड में मौजूद शुगर लेवल को कम करने में सहायता मिलती है। इसके अलावा शारीरिक कमजोरियों को दूर करने में भुना हुआ लहसुन काफी कारगर माना जाता है।
दही और अंडेः हेल्थ लाइन में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक दही में पाया जाने वाला सीएलए शरीर में हेल्दी ब्लड शुगर को बढ़ाता है। चूंकि दूध में कैल्शियम और विटामिन-डी की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। सीएलए ऐसा फेट है जो वजन घटाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा अंडे में काफी मात्रा में प्रोटीन और सभी अमीनो एसिड होते हैं जो रोजाना खाने से टाइप 2 डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल के खतरे से बचा जा सकता है।