आप दोनों के बीच रिश्ता एकदम ठीक चल रहा है। उनके साथ वक्त बिताना आपको अच्छा लगता है, आप लागे घंटों फोन पर बात करते हैं और आपका मोबाइल इनबाॅक्स उनके मैसेस से ही भरा रहा है। मगर जब उनके साथ शादी का ख्याल आता है, तो आप सोच में पड़ जाते हैं? अगर आपका जवाब हां है, तो एक बार फिर इस रिश्ते के बारे में सोचना चाहिए ताकि एक बार शादी के बंधन में बंधने के बाद आपकों परेशानियों का सामना न करना पड़े। शादी से पहले जो रिश्ते एकदम बढ़िया चल रहें होते है, कई बार शादी के बाद वही रिश्ते तलाक तक पहुंच जाते हैं। लव मैरिज के बाद कपल्स में छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़े होते है जिनको लेकर कभी पहले सोचा ही नहीं गया होता। ऐसे में जरूरी है कि शादी का डिसीजन लेने से पहले ही इस बारे में सोचना और आपस में डिस्कस कर लेना। मगर इस बारे में क्या सोचा जाए और कैसे फैसला लिया जाए? अगर आप इस उलझन में हैं, तो इन बातों पर गौर करेंः
क्या हमारी हर मामले में सोच एक जैसी है? इस बात को काफी बारीकी से सोचें कि किस तरह के मुद्दों पर आप दोनों की सोच एक जैसी है और किन मुद्दों पर अलग-अलग। जिन मामलों में पार्टनर की सोच अलग है, उनमें आप किस हद तक अलग नजरिये का सम्मान कर सकती है और किस स्तर तक उनकी सोच अलग हे। इनमें कुछ गंभर मामलों को भी शामिल करें जैसे कि सफलता का पैमाना आपके लिए क्या है और उनके लिए क्या है? महिलाओं के सम्मान का मतलब आपके लिए क्या है? घरेलू हिंसा को लेकर आप दोनों का क्या नजरिया हैं? इस तरह के मुद्दे आपको अपने भविष्य की तस्वीर साफ करते दिखेंगे और आप ज्यादा अच्छा दिखेंगे और आप ज्यादा अच्छा डिसीजन ले सकेंगी। हालांकि इस मामले में आपकों अपने पार्टनर का क्लोन बनने की जरूरत नहीं है।