डैंड्रफ यानी रूसी की एक सामान्य मात्रा हर एक के बालों में होती है। लेकिन अगर डैंड्रफ इतना बढ़ जाए कि कंघी और कपड़ों पर गिरने लगे तो समस्या विकट हो जाती है। डैंड्रफ सिर की त्वचा की मृत कोशिकाएं होती हैं, जो लगातार बनती रहती है। अगर बालों की देखभाल तरीके से न की जाए तो डैंड्रफ की समस्या बढ़ने लगती है। नेचर्स एसेंस् की सुप्रसिद्ध सौंदर्य विशेषज्ञ सुनीता अरोड़ा, डैंड्रफ की समस्याओं पर कुछ उपयोगी सुझाव दे रही हैं।
ऽ डैंड्रफ का असर :- डैंड्रफ बालों की जड़ों को कमजोर करता है, फलतः बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। डैंड्रफ सिर की त्वचा की सतह पर चिपक जाता हैं, जिससे जड़ों की ओर हवा का प्रवाह बाधित होता है। परिणामस्वरूप, बालों की जड़े कमजोर और बालों पर इनकी पकड़ ढीली पडती है।
- डैंड्रफ का कारण :- इस क्षेत्र में अध्ययनों से कुछ बात सामने आई है जैसे कि पचास फीसदी से अधिक युवा इस समस्या से कभी ना कभी पीड़ित रहते हैं। यह माना जाता है कि सिर की त्वचा पर हुआ फंगल इनफेक्शन भी डैंड्रफ का कारण हो सकता है। इस समस्या के उपजने का एक बहुत बड़ा कारण उपापचय प्रक्रिया में गड़बड़ी होना भी है। सिर की त्वचा में नई कोशिकाएं लगातार बनती रहती है और उसी अनुपात में मृत कोशिकाएं भी तैयार होती रहती है। उपापचय प्रक्रिया में असंतुलन पैदा होने पर नई कोशिकाएं तेजी से बनने लगती हैं, जिसके कारण मृत कोशिकाएं यानी डैंड्रफ तेजी से बनने लगते हैं। उपापचय प्रक्रिया में असंतुलन के निम्न कारण हो सकते है-
- ड्रग्स
- भवानात्मक तनाव
- युवावस्था के शारीरिक बदलाव
- मौसम या खानपान में अचानक आया परिवर्तन
क्या आपको वास्तव में डैंड्रफ की समस्या है?
डैंड्रफ का उपचार करने से पहले ये सुनिश्चित कर लें कि आपके बालों से वाकई डैंड्रफ है भी या नहीं। क्योंकि कभी-कभी सिर की त्वचा पर डैंड्रफ नुमा छोटे-छोटे कण तेज धूप या हेयर ड्रायर के अत्यधिक इस्तेमाल से भी हो जाते है। बालों में साबुन या आसानी से न साफ होने वाले शैंपू के इस्तेमाल से भी ऐसा हो जाता है।
आपका कंघा ब्रश और डैंड्रफ
कभी भी डैंड्रफ से पीड़ित व्यक्ति का इस्तेमाल किया हुआ कंघा या ब्रश इस्तेमाल न करें। इससे आप भी डैंड्रफ की चपेट में आ सकते है। हर बार शैंपू करने के बाद अपने कंघे और ब्रश को अच्छी तरह साफ करना न भूलें। डैंड्रफ से बचाव के लिए बालों पर ब्रश का इस्तेमाल करें और सप्ताह में कम से कम एक बार शैंपू का प्रयोग करें। बालों का धोते समय ध्यान रखें कि सिर से पानी चेहरे पर न गिरे क्योंकि यह मुहासों का कारण बन सकता है।
डैंड्रफ के कुछ घरेलू उपचारः- छह चम्मच पानी में दो चम्मच शुद्ध सिरका मिला लें और सोने से पहले रूई से सिर की त्वचा में लगा लें। तकिये को गंदा होने से बचाने के लिए सिर पर तौलिया बांध कर लेटें। दूसरी सुबह शैंपू करने के बाद एक बार फिर सिरके से बाल धोएं। यह प्रक्रिया सप्ताह में एक बार तीन महीने तक लगातार करें। - मेथी के बीज डैंड्रफ, बालों को गिरने गंजेपन और बालों को लंबे, काले और घने बनाने में बहुत लाभदायक होते हैं। मेथी के बीज को पानी में भिगो कर रात भर रखें। सुबह इसे पीस कर पेस्ट बना लें। बाल धाने के पहले आधे घंटे तक इस पेस्ट को सिर की त्वचा पर लगाएं। आधे घंटे बाद बालों में शैंपू कर लें।
डैंड्रफ में उपयोगी मसाज :- गर्म नारियल या कैस्टर के तेल से सप्ताह में दो बार सिर की त्वचा पर अच्छी तरह मसाज करें। - अपनी उंगलियों से पोरों से कम से कम आधे घंटे तक गोलाकार गति से मसाज करें।
- अगली सुबह शैंपू कर लें।
- इस तरह की मसाज से सिर में रक्त प्रवाह तेज होता है। फलस्वरूप बाल रूखे नहीं होते और इनकी जड़े मजबूत होती है। डैंड्रफ के नियंत्रण के लिए यह काफी लाभप्रद होता है।
डैंड्रफ में उपयोगी, अंडे का पैकः- दो कच्चे अंडे में दो छोटे चम्मच पानी मिला लें। बालों को गीला करके इस मिश्रण को बालों पर लगाएं। अब सिर पर मसाज करते हुए दस से पंद्रह मिनट तक छोंड़ दें। इसके बाद हल्के गुनगुने पानी से बालों को धो लें। यह आपको डैंड्रफ और बाल झड़ने, दोनों समस्याओं से दूर रखेगा।